बांग्लादेश में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए पाक कर रहा है रोहिंग्याआें का उपयोग



काेलकाता : बांग्लादेश के गुप्तचर संस्था ने प्रसिध्द किए रिपार्ट के अनुसार, पाकिस्तान गुप्तचर यंत्रणा आयएस्आय रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे का उपयोग कर म्यानमार से सटे सीमापर सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए कर रहा है, एेसा बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसिना के राजनीतिक सलाहकार तौफिक इमाम ने कहा है ।

तौफिक इमाम ने कहा है कि . . .

१. आयएस्आय वर्ष १९६९ से ही रोहिंग्या अलगाववादियों का समर्थन कर रही है । आयएस्आय पुन: एक बार राहिंग्याआें को समर्थन देकर दक्षिण एवं दक्षिण-पूर्व आशिया में जिहाद फैलाने की तयारी कर रहा है ।

२. लष्कर-ए-तोयबा इस आतंकी संगठन का समर्थन करनेवाले ‘आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’ जैसे जिहादी संगठन भारत, म्यानमार एवं बांग्लादेश के लिए खतरनाक और दुश्मन हैं ।

३. बांग्लादेश की सक्रीय आतंकी संगठना जमात-उल-मुजाहिदीन आैर लष्कर-ए-तोयबा से ‘आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’ के संबंध है । बांग्लादेश ने आजतक आतंकवाद को सहन नही किया है एवं बांग्लादेश से उत्पन्न हुए आतंकी संगठनाआें को नष्ट किया है । अब भी ‘आराकान रोहिंग्या साल्वेशन आर्मी’ एवं अन्य आतंकी संगठनाआें को नष्ट किया जाएगा ।

४. रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा लेकर शेख हसीना के शासन को अस्थिर बनाने का षड्यंत्र बनाया जा रहा है तथा गुप्तचर संस्था दी जानकारी के अनुसार दुर्गा पुजा के समय सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए रोहिंग्याअों का उपयोग किया जा सकता है ।

यह वार्ता पढकर कुछ सूत्र ध्यान में आते है :

१. इस समाचार से भारत के रोहिंग्या समर्थकोंपर सवाल खडे होते है । बांग्लादेश मुस्लिम बहुल होते हुए भी देश की सुरक्षा का विचार कर रहा है परंतु भारत के जिहादी देश की सुरक्षा को अनदेखा कर रोहिंग्याआें का समर्थन कर रहे है । ये जिहादी रोहिंग्याआें के समर्थन में सडक पर उतरकर सरकार को खुलेआम चेतावनी देते है, देश मिटाने की बात करते है ।

२. वोट के लिए अल्पसंख्यंकों के तुष्टीकरण में अंधे राजनेता रोहिंग्याआें का समर्थन कर रहे है तथा देशविरोधी तत्वों को अनदेखा कर रहे है । वोटबँक के लिए तुष्टीकरण मे डुबे इन राजनेताआें को समय पर नही रोका, तो भारत का पाकिस्तान या बांग्लादेश बनने मे समय नही लगेगा, एैसे विचार किसी के मन में भी आ सकता है ।

३. इसलिए भविष्य में आनेवाले संकट को देखकर हिन्दुआे ने आज हि संगठित होकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु प्रयास करने चाहिए ।

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