सेक्युलरवादी इसका उत्तर देंगे ? : ‘गाय के हत्‍यारे’ अखलाक को ५० लाख, तो ‘देशभक्‍त’ चंदन को क्‍यों नहीं ? – विहिंप

उत्तर प्रदेश के कासगंज में साम्प्रदायिक हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिजनों को ५० लाख रुपये का मुआवजा और उसे हुतात्मा का दर्जा देने की मांग विश्व हिन्दू परिषद ने की है । आगरा में बुधवार (३१ जनवरी) को तिरंगा यात्रा निकालने के बाद विहिंप के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें मांग की गई है कि अगर गाय की हत्या करनेवाले अखलाक को सरकार ५० लाख का मुआवजा दे सकती है तो देशभक्त चंदन गुप्ता को क्यों नहीं ? ज्ञापन में चंदन को हुतात्मा का दर्जा देने की भी मांग की गई है ।
वर्ष २०१५ में नोएडा के दादरी गांव में बीफ के कारण मोहम्मद अखलाक की हत्या कर दी थी । उत्तर प्रदेश की तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार ने अखलाक के परिजनों को ५० लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया था ।
विहिंप की मांग से पहले मंगलवार (३० जनवरी) को कासगंज के भाजपा विधायक ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर चंदन गुप्ता और उसके परिजनों के लिए ऐसी ही मांग की है । २६ जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने और उसे रास्ता देने के विवाद पर कासगंज में दो समुदायों के बीच साम्प्रदायिक हिंसा भडक उठी थी, जिसमें चंदन गुप्ता नाम के एक युवक की गोली लगने से मृत्यु हो गई थी । सलीम नाम के सख्स ने घर की छत पर से गोली चलाई थी जो चंदन गुप्ता के सिर में जा लगी । इससे चंदन की मृत्यु हो गई ।
कासगंज हिंसा के विरोध में विहिंप ने आगरा समेत २० जिलों में बुधवार को तिरंगा यात्रा निकाली । इस दौरान कुछ लोगों के हाथों में तिरंगा था जबकि कुछ लोगों के हाथों में भगवा झंडा था । भीड में कुछ लोग अपने कंधों पर भगवा गमछा लिए हुए थे । इस तिरंगा यात्रा में विहिंप के अलावा बजरंग दल और अन्य हिन्दुत्ववादी संघटनों के कार्यकर्ता भी शामिल थे । प्रशासन ने भी तिरंगा यात्रा के मद्देनजर आगरा, फिरोजाबाद समेत अन्य जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कडी कर रखी थी । इस बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने कासगंज हिंसा के मुख्य आरोपी सलीम को गिरफ्तार कर लिया है !
स्त्रोत : जनसत्ता

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