भुबनेश्बर; हमरा आदर्श बसुधैब कुटुम्ब कम् । हम् बिश्ब के बाजार नैहि परिबार मानते । यह पृथीबि हमारे माता है । इस मे कोइबार लोग प्रश्न करते हे-इस प्रकार बिचारधारा रखने बाले लोग स्बदेशी का कनसेपेटे किधर से आगेया । केबल आप देश के बात करेंगे क्या ? नेहि हम् बिश्ब की बात करते है । पर एतना जरुर हे बिदेश के स्बदेश अनुकुल बनाकर स्बदेश के युग का अनुकुल बनाना चाहाते हे । हम् पुजारी हे मानबता केलिए ।

हम केबल भारत के नेही बल्कि मानबता के पुजारी है । पुरे बिश्ब के पुजारी है । देश मे जब स्बदेशी आन्दोलन चल था तब भारत का स्बतंन्तता का आजाद का लडाई इसमे झुपिगई थी । भारत की अर्थनीति मे सुधार लाने के लिए हिम स्बतंन्तता के दौरान स्बदेशी आंदोलन चला रहे थे लेकिन आज भी हम स्बदेशी उत्पादाैं कौ अपनामे के लेय सभी कौ कह रहे है. कयौकि देश ब समाज कि प्रगती के लिए स्बदेशी सामग्री कौ अपनाना अत्यंत जरुरी है । इससे हमारी देश का बिकास हीगा । बिदेशी सामनेां का ब्यबहार कर अन्यौ कों लाभ देने बदले अपने देश की सामग्री को ब्यबहार कर देश को बिकास के मार्ग पर आगे ले जान बुद्धिमानी का काम है । ये बातें राज्यपाल प्रो गणेशी लाल ने स्बदेशी मेले मे बतोैर मुख्य अतिथी उपस्थीत रहकर कहो ।

भारतीय बिपणन केन्द्र(सिबिएम्डी) ब स्बदेशी जागरण मंच,ओडिशा के संयुक्ता तत्बाबधान मे भुबनेश्बर पटिआ स्थित क्लब टाउन मैदान पर आयोजित मेले का राज्यपाल ने शुभारम्भ कर अपने संबोधन मे कहा कि स्बदेशी माध्यम से हम सारे बिश्ब के अपनाना चाहते है । बिश्बबासी को एकजुट करना चाहते है। बिश्ब मे मानबता की सुशबु हम भरदेना चाहते है । यही है स्बदेशीपन और आप सभी इसके ध्बज बाहक है ।

णेले के अध्यक्ष अभय सामंतराय की अध्यक्षता मे आयोजित उद्घाटन समाहोह मे अन्यतम अतिथि स्थानीय बिधायक प्रियदर्शी मिश्र ने कहा कि इस मेले का उदेश्य निश्चित रूप मे से भारतीय अर्थनीति को दृढ बनायगा । इसका कारण यह है कि मेले मे जो ष्टल लगे है, बे हमारे राज्य और देश के है । बे अपने हि उत्पादों को क्रय-बिक्रय कर रहे है । इसमे हामारे राज्य तथा देश की आर्थिक स्थिति बिकसित होगी । स्थानीय लोग सही दाम में आछी सामग्री प्राप्त करेंगे और यहां भाबनाओंका आदान प्रदान भी होगा । हम मेले के जरीये स्बरोजगार का मार्ग खुलेगा ।

मुख्य बक्ता के रूप मे उपस्थित स्बदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संघर्ष बाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्राही ने कहा कि स्बदेशी मेला मेड बाय इंडिया का प्रतीक है, मेड् इन् इंडिया का प्रतीक नहीं । भारतीयों द्बारा तैयार बस्तु ही यहां प्रदर्शित किये गये है । जिसमे देश का रोजगार का माग र् खुलेगा । हर साल देश के लिए ८० लाख रोजगार अबसरों की आबश्यकता है । इसलिय देश के उत्पादन क्षेत्र मे बदलाब कि जरुरत है और ये क्षेत्र भारतीय द्बारा भारतीय पुंजी से ही तैयार हो । इससे देश का पैसा देश मे रहेगा । यहं मेनुफेकचरिंग हब तैयार हौकर बिदेश कौ पैसा नहीं जान चाहिए और यही प्रयास स्बदेशी जागरण मंच कर रहा है ।

मौके पर राज्य संगठन मंन्त्री निर्मल चंन्द्र षडंगी, नगर संयोजक बिजय राउतराय प्रमुख रूप से उपस्थित थे । इस अबसर पर पटिआ ग्रामीण कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार महान्ति, रसुलगड दुर्गा पूजा कमिटी के अध्यक्ष तथा सचिब बे अन्य ब्यक्ति बिशेष को मंच पर सम्मानित किया गया । मेले मे १५० से अधिक ष्टल लगे है, जिह्नै राज्यपाल ने घुमकर देखा । यह मेला पांच नभेम्बर को संपन्न होगा । इस मेले मे गृह उपकरण, खाने के सामान, शैक्षिक समान, स्बदेशी यन्त्र आदि का प्रदर्शन सहित बिक्रय हो रहा है । इसके साथ ही आगनुको के मनोरंजन के लेय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हो रहा है ।
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